

बिलासपुर जिले की पुलिस को बड़ी सफतला हाथ लगी है जिसमें कई सालों ने फरार नशे के सौदागर को पुलिस ने गिरफ्त कर लिया है, एसपी रजनेश सिंह के नेतृत्व में नशे के अवैध कारोबारीयों की जड़ तक पहुचकर इण्ड टु इण्ड कार्रवाई की जा रही है, जिसके तहत एक अंतराज्यीय सप्लायर को पकड़ा गया है, जो पूर्व में इस नशे के कारोबार को शहर में रहकर ही अंजाम दे रहा था, लेकिन जैसे ही पुलिस सक्रिय हुई तो वह छिपकर मध्यप्रदेश के जबलपुर से अपना कारोबार संचालित कर रहा था। ग़ौरतलब है कि आरोपी संजीव उर्फ सूच्चा छाबडा के खिलाफ थाना सरकण्डा व थाना सिविल लाईन में पंजीबध्द अपराध क्रमांक 162/2023 धारा 21,22,29 एनडीपीएस एक्ट के प्रकरण में आरोपी संजीव उर्फ सूच्चा सिंह की पता तलाश पिछले कई वर्षो से की जा रही थी पूर्व में थाना सिविल लाईन में आरोपी बंटी गहेरवार की पत्नि आकांक्षा व थाना सरकण्डा के आरोपी पप्पू श्रीवास को नशीली दवाई इंजेक्शन सिरप को आरोपी संजीव सिंह उर्फ सूच्चा सिंह छाबडा निवासी टिकरापारा कंसा चौक थाना सिटी कोतवाली जिला बिलासपुर से खरीदना और अवैध रूप से बिक्री करना स्वीकार किया गया है तथा आरोपी संजीव उर्फ सूच्चा सिंह से मोबाईल मे संपर्क कर शहर में नशीली दवाईयो की सप्लाई कर रहा था जो उक्त प्रकरण मे आरोपी संजीव उर्फ सूच्चा की लगातार तलाश की जा रही थी। इस दौरान पुलिस टीम तैयार किया गया जिनके द्वारा आरोपी संजीव उर्फ सूच्चा सिंह के बैंक अकाउंट व संम्पत्तियो की जानकारी निकाली गई। आरोपी के द्वारा शहर में पिछले 20 वर्षो से नशीली दवाईयो की सप्लाई कर उससे रकम कमा रहा था जो नागपुर के मोदा मे कुल 04 दुकान व जमीन, दिल्ली के फरिदाबाद मे अग्रवाल प्रापर्टी से जमीन का ईकरारनामा तथा इसी प्रकार आरोपी 90 क्वाटर परसवाडा जबलपुर मध्यप्रदेश मे 03 जमीन की रजिस्ट्री कराई गई है, आरोपी की तलाश करने व तकनीकी साक्ष्य के आधार पर सूच्चा सिंह जबलपुर में होने की पुष्टी होने पर टीम को भेजा गया था जो आरोपी के तलाश के दौरान 90 क्वाटर परसवाडा जबलपुर में अपने जमीन पर दुकान व मकान का निर्माण करा रहा था जिसे दबीश देकर अभिरक्षा में लिया गया, प्रकरण के संबंध में पुछताछ किया गया जिसके द्वारा बताया गया कि पिछले 2005 से शहर में नशीली दवाईयो को बिक्री कर रहा था जो 2014 में पुलिस का ज्यादा दबाव पडने पर शहर को छोडकर नागपुर के मोदा मे 04 दुकान व जमीन को नशीली दवाईयो को बेच कर प्राप्त रकम से खरीदी किया था। जो सन् 2023 में शहर के आस-पास आकर आरोपी पप्पू श्रीवास व आकांक्ष को नशीली दवाई शहर में बेचने के लिये देता था जिससे प्राप्त रकम से शेयर बाजार में रकम लगाना शुरू किया जिसे पुलिस के द्वारा नागपुर में होने की पूष्टि होने पर नागपुर से भाग कर नया बसेरा जबलपुर में बना लिया तथा लोगो की नजरो से बचने के लिये छाबडा कंट्रक्शन का संचालक हूॅ बोलकर जीवन यापन कर गुप्त रूप से नशे के व्यापार में संलिप्त था।
बता दें नशे के खिलाफ बिलासपुर पुलिस की ये अब तक की सबसे बाद कार्यवाही हैज़ जिसमें नाबालिग और युवाओं को नशे का आदि बनाने वाले नशे के सौदागर सुच्चा सिंह को कई सालों बाद गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है, जानकारी के अनुसार सुच्चा नशे का व्यापार कर लाखों की संपति बना ली है। आपको बता दें बिलासपुर में कई पुलिस अधिकारी आए और गए पर एसपी रजनेश सिंह के नेतृत्व में सायबर एडिशनल एसपी अनुज कुमार,सीएसपी सिविल लाइन, और सिविल लाइन टी आई के साथ ही पुलिस की टीम ने शातिर नशे के सौदागर सुच्चा को गिरफ्तार कर लिया है।

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