बिलासपुर– हर माता पिता का सपना होता है की उनके बच्चे पढ़ लिखकर अफसर बने जो सही भी है पर कुछ परिजन अपने बच्चो को पढ़ाई में ही ध्यान देने दबाव बनाते है। पर बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए उनका सर्वांगीण विकास होना भी जरूरी है. पढ़ाई के साथ साथ खेलकूद भी जीवन का एक अभिन्न अंग है. जिससे बच्चों का मनोबल बढ़ता है साथ ही उनका शारीरिक और मानसिक विकास भी होता है. जिसे देखते हुए ही सभी स्कूलों में खेलकूद के साथ ही अन्य प्रतियोगिता कराई जाती है. वही शनिवार को स्वामी आत्मानंद अंबेडकर स्कूल मे संविधान दिवस के अवसर पर बच्चों के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमो का आयोजन किया गया, जिसमे बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, कार्यकर्म के दौरान नन्हे नन्हे बच्चों ने गीत एंव नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी, साथ ही सकूल में रंगोली, पेंटिंग की प्रतियोगिता भी कराई गई, जिसमे बच्चों ने अपने नन्हे नन्हे हाथों से रंगोली और पेंटिंग में रंग भरा, आत्मानंद अंबेटकर स्कूल में आयोजित कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्राचार्य रानी सूर्यवंशी थी, जिन्होंने बच्चों को उद्बबोधन देते कहा कि हर बच्चे को प्रयोगिता में भाग लेना चाहिए जिससे उनकी कला सामने आती हैं कार्यक्रम बच्चो के साथ ही स्कूल के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं वा समस्त स्टाफ मौजूद रहे।
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