बिलासपुर,,बाउंड्री वॉल तोड़ने को लेकर जमकर बवाल,,तहसीलदार पर लगे गंभीर आरोप,,कार्यवाही से नाराज महिला का भाई आत्महत्या करने चढ़ा छत में,,video

बिलासपुर/जिले का राजस्व विभाग अपने कारनामों की वजह से अक्सर सुर्खियों में रहता है, यहां कभी पटवारी के ऊपर जमीन की हेराफेरी का आरोप लगता है तो कभी तहसीलदार के ऊपर,बता दें जिले के पूर्व तहसीलदार नारायण प्रसाद गबेल और पटवारी कौशल यादव भी जमीन का बंदरबांट करने के मामले में काफी चर्चा में थे, वही अब मोपका स्थित विवेकानंद कॉलोनी में मकान तोड़ने को लेकर जमकर हंगामा हुआ,जिसमे मनीषा सिंह ने तहसीलदार के ऊपर एक पक्षीय कार्यवाही करने का गंभीर आरोप लगाया है। मनीषा सिंह के अनुसार मोपका स्थित खसरा नंबर 482/5 और 482/10 की भूमि को मनीष सिंह ने योगेश मिश्रा से 11/05/2022 को खरीदा था, जिसके बाद मनीषा सिंह अपनी जमीन में मकान निर्माण का कार्य शुरू करवा दिया, इसी बीच रायपुर में रहने वाली अनिता नंदी बिलासपुर पहुंची और मनीषा सिंह द्वारा खरीदी गई जमीन पर बनाई गई बाउंड्री वॉल को खसरा नंबर 482/6 की जमीन पर बनाना बताकर तहसील कार्यालय में आवेदन दे दिया, जिनके आवेदन के बाद तहसीलदार ने आनन फानन में निर्माणदाधीन मकान की बाउंड्री वॉल तोड़ने का आदेश जारी कर दिया,मनीषा सिंह का आरोप है की तहसीलदार ने अनिता नंदी के दबाव में आकर एक पक्षीय कार्यवाही कर रहे है।

मनीषा सिंह ने बताया की तहसीलदार ने पहले 30 जून को बेदखली का आदेश दिया था, फिर अचानक 5 जून को नया आदेश निकलते हुए मकान के बाहर नोटिस चस्पा कर 8 जून को बेदखली का आदेश निकाल दिया। वही आदेश के बाद गुरुवार को निगम अमला और प्रशासनिक अधिकारी मनीषा सिंह के द्वारा बनवाई गई बाउंड्री वॉल को तोड़ने पहुंच गए, जिसके बाद मौके पर जमकर हंगामा होता रहा। इसी दौरान कार्यवाही ने नाराज मनीषा सिंह का भाई छत पर चढ़ गए और आत्महत्या करने की कोशिश करने लगे,जिन्हे बड़ी मशक्कत के बाद नीचे उतारा गया, साथ ही कार्यवाही रोकने महिलाएं भी जेसीबी के सामने खड़ी हो गई थी, जिन्हे हटाने पुलिस बल का प्रयोग किया गया, इस हो हंगामा के बाद आखिरकार बाउंड्री वॉल तोड़ दिया गया, मनीषा सिंह का कहना है की अगर अनिता नंदी के पास जमीन के कागजात है तो वो दिखा क्यों नही रही है। इस पूरे मामले में राजस्व विभाग एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। अगर मनीषा सिंह के द्वारा खरीदी गई जमीन अनिता नंदी की है और उसने आवेदन दिया तो विभाग के अधिकारियों को दोनो पक्ष को सुनना चाहिए था पर मनीषा सिंह का आरोप है की उनके साथ नाइंसाफी की जा रही है।

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