बिलासपुर/ जिले के तखतपुर विधानसभा क्षेत्र में एबीपीबीपी और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के बीच विवाद होने के बाद क्षेत्र की विधायक एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है। इससे पहले भी विधायक रश्मि सिंह के ऊपर सतनामी समाज के लोगों ने विधायक रश्मि सिंह के खिलाफ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए निंदा प्रस्ताव भी पारित किया है बताया जा रहा है की सरस्वती शिशु मंदिर में विद्यामन्दिर में एबीवीपी का कार्यक्रम के दौरान एबीवीपी और कांग्रेस कार्यकर्ता आपस मे भीड़ गए। जमकर मारपीट भी हुई, इसके बाद विद्यार्थी परिषद ने थाने का घेराव कर जमकर नारेबाजी की।
बता दें एबीवीपी कार्यकर्म में कांग्रेसी भी हाथजोडो अभियान के तहत जनसम्पर्क में पहुच गए। जहा परिचय पूछने को लेकर पूरा बवाल और बखेड़ा हुआ। कहा जा रहा कि 15 साल की सत्ता खोने के बाद भाजपा और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बौखलाहट में है और चुनावी साल में माहौल बनाने इस तरह का बखेड़ा कर रहे है।
जानकारी के अनुसार तखतपुर के सरस्वती सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें एबीवीपी के अधिकारी व पदाधिकारी शामिल थे, संसदीय सचिव एवं पूर्व विधायक रश्मि आशीष सिंह उस कार्यक्रम में पहुंच गई। अचानक स्कूली कार्यक्रम में आते देख एबीवीपी के पदाधिकारियों के द्वारा संसदीय सचिव से पूछा गया कि आप कौन हो, जिस पर पूर्व विधायक रश्मि आशीष सिंह तैश में आ गई और कहा कि आप तखतपुर में आकर मुझे नहीं जानते हो, इसी बात पर वाद विवाद बढ़कर हाथापाई तक पहुंच गया और विधायक के सुरक्षा कर्मियों और समर्थकों ने छात्र के साथ मारपीट की, जिसके बाद एबीवीपी ने विधायक के खिलाफ तखतपुर थाने में जमकर नारेबाजी की, और कार्यवाही की मांग को लेकर भाजपा नेत्री हर्षित पांडे थाने के सामने धरने पर बैठा गई, और कांग्रेस नेताओं के विरुद्ध लिखित आवेदन थाने में दिया गया।
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