बिलासपुर।मस्तूरी विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी लगातार अपने विधानसभा क्षेत्र के अलग-अलग मंडलों में पहुंचकर जनसंपर्क कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी एक कैडर बेस पार्टी है, जिसमें एक-एक कार्यकर्ता की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। केवल प्रत्याशी ही नहीं बल्कि कार्यकर्ता भी बूथ लेवल पर जाकर पार्टी की जीत सुनिश्चित करते हैं। अलग-अलग क्षेत्र में चुनाव प्रचार अभियान के सुचारू संचालन के लिए चुनाव कार्यालय खोले जा रहे हैं ।इसी क्रम में मल्हार में डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी ने फीता काटकर भाजपा कार्यालय का उद्घाटन किया । इस अवसर पर स्थानीय कार्यकर्ता और ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे, जिन्होंने वादा किया कि इस बार मल्हार से भारतीय जनता पार्टी को बड़ी लीड दिलाएंगे , वही मस्तूरी में एक बार फिर से कमल खिलाने का दावा किया गया।
मल्हार में चुनाव कार्यालय आरंभ करने के साथ क्षेत्र में डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी ने अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं के साथ जनसंपर्क भी किया। जन समर्थन रैली निकाल कर डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी चकरबेढा , गीधपुरी, डोम गांव, ठाकुरदेवा, खपरी पहुंचे, जहां उन्होंने एक-एक मतदाता से मिलकर वोट देने की अपील की। वही उन्होंने बताया कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने पर क्षेत्र का सर्वांगीण विकास किया जाएगा और एक-एक गरीब तक केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचने के लिए वे प्रतिबद्ध है।
चुनाव प्रचार के दौरान जिस तरह से जनता का समर्थन डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी को मिल रहा है उससे वे अभिभूत है और कह रहे हैं कि यह विश्वास दरअसल भारतीय जनता पार्टी और उनके लंबे कार्यकाल के समर्पण के प्रति है। वहीं पूरे देश में राष्ट्रवाद और हिंदुत्व की आंधी है, जिसकी रक्षा के लिए मतदाता स्वस्फूर्त ढंग से भारतीय जनता पार्टी को समर्थन दे रहे हैं।
मस्तूरी में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी सुबह से ही चुनाव प्रचार अभियान में जुटे दिख रहे हैं , जिन्हें बड़ी संख्या में पार्टी समर्थकों और पदाधिकारी का साथ मिल रहा है । वही अलग-अलग मंडलों में भी पार्टी के जिम्मेदार पदाधिकारी जनसंपर्क कर पार्टी के लिए माहौल तैयार कर रहे हैं। जानकार बता रहे हैं कि वर्तमान परिस्थितियों में मस्तूरी विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी का मुकाबला सीधे तौर पर बसपा के उम्मीदवार दाऊराम रत्नाकर से नजर आ रहा है । पिछले चुनाव में भी मुकाबला भाजपा और बसपा के बीच ही था । जाहिर है कांग्रेस प्रत्याशी इस बार भी चुनाव से पहले ही मुकाबले से बाहर नजर आ रहे हैं।
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