बिलासपुर – आज बिलासपुर मे केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी पहुंची जिनके स्वागत मे भाजपाइयो ने पुरी ताकत झोक दी, वही शहर के अधिकतर चौक चौराहे ब्लॉक कर दिए गए, जिससे मंत्री साहिबा के काफिले को कोई दिक्क़त ना हो, चारो तरफ वर्दीधारी नज़र आ रहे थे, यहां तक की बाहर से पुलिस बल बुलावा गया। आज शहर का आलम देखकर लग रहा था, की ये क्या हो रहा है लोगो को बस कार, ट्रेक्टर, ऑटो मे भरकर लाया गया। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से स्मृति ईरानी के कार्यक्रम मे शामिल होने लोगों को लाया गया, जिनके खाने पिने का भी इंतेज़ाम शायद किया गया था, पर पता नहीं कार्यक्रम खत्म होने के बाद उन्हे खाना मिला भी या नहीं, वही इन्हे कार्यक्रम मे बुला कर भिड़ बढ़वाने वाले नेता वापस घर तक पहुंचा भी पाए या नहीं, ख़ैर जाने दीजिए हम मुद्दे पर आते है….
आज का मंज़र देखकर एक सवाल मेरे मन मे आया की जिस केंद्रीय मंत्री के बिलासपुर आने पर आधा शहर ब्लॉक हो गया, इससे आम जानता को क्या मिला? जिस केंद्रीय मंत्री के लिए भाजपाईयो ने पुरी ताकत झोंक दी, उनके आने से पता नहीं बिलासपुर वासियो को कौन सा कोहिनूर मिल गया? उनकी रैली निकालने से शहरवासियो की समस्या, महंगाई क्या कम हो जाएगी ? आपको भी पता है जब ये सब तो होने से रहा, आइये हम बताते है की आज क्या मिला बिलासपुर की जानता को….बीमार व्यक्ति को लेकर जा रही एम्बुलेंस को रुकना पड़ा, जिसमे गंभीर मरीज था, जिसे तुरंत उपचार की ज़रूरत थी और जिसकी जान भी जा सकती थी, पर इससे नेताओ को क्या मतलब वो गरीब मरे या बचे? उन्हे तो बस आपना कार्यक्रम सफल बनाना था। इतना हि नही किसी को अपनी माँ के लिए दवाई लाना था.
पर वो बेचारा क्या करे, कहाँ से जाए चारो तरफ तो जाम लगा था। किसी को ऑफिस जाना पर, तो किसी को अपने बच्चो को स्कूल से लाना था, बच्चे की छुट्टी 2 बजे होनी है और वो जैसे तैसे एक घंटे बाद स्कूल पहुंचा,अब इतने देर से इंतज़ार कर रहा बच्चा लाज़मी तब, की सवाल तो करेगा ही कि ,आज पापा लेट क्यो हो गए अब वो पिता क्या बोले,ख़ैर पिता की जंग अभी ख़त्म नहीं हुई थी, अभी उसे वापस अपने बच्चे को तक भी ले जान, और पिता सेल्फ दबाया और गाड़ी स्ट्रात कर आगे बढ़ने लगा परजाम में जाम के चक्कर मे उसका आधा पेट्रोल तो जल हि गया होगा, इतना हि नहीं वो महज 10 मिनट के रास्ते में करीब एक घंटे बाद घर पहुंचा, पर इन सब बातों से नेताओ को कोई लेना देना नहीं, आज जो हुआ उसे देखकर तो मुझे लगता है की जब कोई ऐसा प्रोग्राम किया जाए तो आमजनता को पहले से जानकारी देकर एक दिन के लिए अघोषित लॉक् डाउन कर देना चाहिए कम से कम लोगों को आज की तरह परेशन तो नहीं होंगे।
Editor-in-Chief