बिलासपुर – बिलासपुर न्यायधानी अब अपराधानी में तब्दील होते जा रही है। जहां बीते कुछ दिनों में डकैती, हत्या कई चाकूबाजी की घटना को अंजाम दिया गया है, वैसे तो जिले में छोटे अपराधो की लंबी फेहरिस्त है,वही चाकूबाजी की घटना तो बच्चों के खेल की तरह हो गई है, अगर बड़े अपराधों की बात करें तो मस्तूरी और एटीपी मशीन में डकैती की बड़ी वारदात दुर्गा विसर्जन में बवाल, वाल्मीकि चौक में लाठियों की बरसात, सिविल लाइन थाना इलाके में 2 बलवाकांड वलहल्ला कर्मचारी से बेतहाशा मारपीट, हाल ही में श्रद्धा हत्याकांड जैसी वारदात जिसे मेडिकल संचालक ने अंजाम दिया था, जिसके बाद अब बिलासपुर में भी आरोपियों ने पंजाब की तरह सिद्धू मुसेवाला गोलीकांड को अंजाम देते हुए सकरी बाईपास चौक में बिलासपुर के हिस्ट्री शीटर संजू त्रिपाठी की कुछ अज्ञात हमलावरों ने गोली से छलनी कर दिया। ये घटना थाने के कुछ ही दूरी पर हुई इसके बाद भी आरोपी दिनदहाड़े दिल दहला देने वाली घटना को अंजाम दे कर फरार हो गए।
बताया जा रहा है की संजू त्रिपाठी अपनी कार से अपने फार्महाउस गया था, जहाँ से लौटते वक्त सकरी बाईपास चौक के पास जैसे ही उसकी कार धीमी हुई, तो घात लगाकर बैठे हमलावरों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी, जिससे हिस्ट्री शीटर संजू के सिर और पीठ में गोलियां लगी और उसकी कार के अंदर ही मौत हो गई, कार के शीशे टूटे हुए थे और कार की बॉडी में भी गोलियो के निशान मिले है।
इधर घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी पारुल माथुर, आईजी बी एन मीणा सहित एसीसीयू की टीम मौके पर पहुँच जांच में जुट गई है, जिन्हें घटनास्थल पर 7 खाली खोखे मिले है।
ब्लाइंड स्पॉट में हुई फायरिंग और मर्डर…पुलिस से तेज निकले हत्यारे?
सकरी बाईपास चौक में हिस्ट्री शीटर संजू को मारने हमलावरों ने ब्लाइंड स्पॉट को चुना था, जहाँ प्रारंभिक जांच में न तो सीसीटीवी कैमरे है और न ही कोई बस्ती है, लिहाज़ा हमलावरों के लिए यह घात लगाकर हमला करने के लिए सही जगह थी, वही चौक में घटना को अंजाम देने के बाद चारो दिशाओं में भागने के लिए रास्ते थे।
भाई के साथ था विवाद क्या कपिल ने ही दिया घटना को अंजाम?
हिस्ट्री शीटर संजू त्रिपाठी की हत्या के पीछे पुरानी रंजिश की बात सामने आ रही है जिसकी वजह से पुलिस भी इस दिशा में जांच में जुट गई है, क्योंकि हिस्ट्री शीटर संजू त्रिपाठी के खिलाफ पुलिस में कई आपराधिक प्रकरण दर्ज है जिसमें हत्या, हत्या के प्रयास, मारपीट, जान से मारने की धमकी सहित 40 पन्नो की लिस्ट पुलिस ने जारी की है मृतक को आदतन अपराधी बताया गया है। जिसमें 1992 से लेकर अब तक के अपराध दर्ज है। लिहाजा इस हत्या के पीछे पुरानी रंजिश मुख्य वजह हो सकती है।
मैडम के एक साल, हत्या लूट बलात्कार गोलीकांड
जिले की वारिस्ट पुलिस अधीक्षक को जिले की कामन संभाले एक साल से ज्यादा हो गया, और इन एक साल में एक के बाद एक अपराधों की लिस्ट लंबी होती चली गई,क्या जिले की पुलिस का अपराधियों के ऊपर से नियंत्रण खोते जा रहा है? मैडम के कार्यकाल के दौरान हत्या, लूट,चाकूबाजी बलात्कार की घटना के बाद अब बची खुची कसर हिस्ट्री शीटर संजू त्रिपाठी गोलीकांड ने पूरी कर दी, न्यायधानी में अपराधियों के बढ़ते हौसले और गोलियों की गूंज से लोगों में दहशत घर कर गई है। बिलासपुर की शांत फिजा में अब अपराधियों का आतंक फैलने लगा है। बिलासपुर जिला आए दिन टीवी और अखबारों की सुर्खियां बन रहा है। न्यायधानी में बढ़ते अपराधो के चलते नेशनल चैनल और बाहरी लोगों के बीच छत्तीसगढ़ की छवि खराब हो रही है। आखिर पुलिसिंग में कहा चूक हो रही है। आखिर यहां की जनता कब चैन की सांस लेगी, बढ़ते अपराधो के चलते विपक्ष भी अब प्रदेश सरकार को तंज कसने कोई कसर नहीं छोड़ रही है। और छोड़े भी क्यों जब अपराधी खुलेआम घटना को अंजाम देने लगे तो पुलिस और सरकार पर सवाल उठना तो लाजमी है। सरकार पुलिस विभाग में कई बार तबादला आदेश जारी कर चुकी है। जिसमे बड़े अधिकारियों को भी बिलासपुर की कामन सौंपी गई है। पर लगता है ऐसा कोई अधिकारी नही है जो बिलासपुर को अपराधधानी बनने से रोक सके हाल ही में जिले में आईजी का भी तबादला हुआ है। जिसके बाद जिले में बद्रीनारायण मीणा को बिलासपुर का आईजी बनाया गया है वही अब जनता को उन्ही से उम्मीद है, बद्रीनारायण मीणा पहले बिलासपुर के एस पी रह चुके हैं, उनके कार्यकाल में अपराध के ग्राफ में कमी आई थी, शायद यही वजह है की प्रदेश सरकार ने उनके ऊपर भरोसा जताते हुए जिले का आईजी नियुक्त किया है।
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