कोरबा/ दुर्ग जिले में बुधवार को एक स्टाफ नर्स ने फांसी के फंदे पर झूलकर आत्महत्या कर ली थी, तो वही अब कोरबा के रिहायशी कॉलोनी में नाबालिग बच्ची का घर में शव मिलने से हड़कंप मच गया, वही घटना की जानकारी मिलते ही सिविल लाइन पुलिस घटना स्थल पर पहुंचकर जांच कर रही है. फिलाहाल मौत की वजह साफ नहीं हो पाई है।
जानकारी के अनुसार जिले के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में रहने वाली महिला वकील जिसने सालों पहले एक बच्ची को गोद लिया था. जिसकी उम्र लगभग 15 वर्ष है. जिसकी लाश फांसी के फंदे पर लटकती मिली है, प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो, महिला वकील जब शाम के वक्त घर लौटी, तब घर का दरवाजा अंदर से बंद था. जब दरवाजे को खोला गया, तो अंदर का नजारा देख सभी के होश उड़ गए. बच्ची का शव फंदे पर लटक रहा था. जिसके बाद आनन फानन में बच्ची को एक निजी अस्पताल लें जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस मामले में एएसआई राकेश गुप्ता ने बताया कि “कृष्णा हॉस्पिटल से नाबालिग बच्ची की मौत के संबंध में अस्पतालीय मेमो प्राप्त हुआ है. जिसमें मृत अवस्था में बच्ची को अस्पताल लाए जाने का जिक्र है. मेमो के आधार पर केस कायम कर लिया गया है. बच्ची की मौत किन परिस्थितियों में हुई है, इस संबंध में जांच की जा रही है.
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