रायपुर/छत्तीसगढ़ केडर के वरिष्ठ आई.पी.एस अधिकारी जनसंपर्क निदेशालय के आयुक्त मयंक श्रीवास्तव को स्पोर्ट्स अथारिटी आफ़ इंडिया (साई) का डिप्टी डायरेक्टर जनरल (डीडीजी) की जिम्मेदारी दी गई है, बता दें आईपीएस अधिकारी मयंक श्रीवास्तव को जनसंपर्क आयुक्त पद से मुक्त कर दिया गया है, इसकी वजह यह है कि उन्हें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर स्पोर्टस अथारिटी ऑफ इंडिया में डिप्टी डायरेक्टर जनरल पद के लिए चुना गया है। केंद्र ने राज्य सरकार को पत्र भेजकर प्रतिनियुक्ति के संबंध में अनापत्ति मांगी थी। केंद्र के इस पत्र के बाद ही राज्य सरकार ने जनसंपर्क में नए आयुक्त की नियुक्ति कर मयंक श्रीवास्तव को मुक्त कर दिया था।
मयंक श्रीवास्तव 2006 बैच के आईपीएस ऑफिसर है. मयंक श्रीवास्तव की छत्तीसगढ़ जनसंपर्क के आयुक्त सह संचालक बनाया गया था ये दूसरी बार है जब किसी आईपीएस ऑफिसर के हाथों में जनसंपर्क की जिम्मेदारी दी गई थी। मयंक श्रीवास्तव इससे पहले अग्निशमन, आपातकालीन सेवाएं, एसडीआरएफ के निदेशक थे। वहीं अब उन्हें एक बड़ी जिम्मेदारी का दायित्व देते हुए स्पोर्ट्स अथारिटी आफ़ इंडिया (साई) का डिप्टी डायरेक्टर जनरल पद पर बैठाया गया है।
जानिए कौन है IPS Mayank Shrivastav
मयंक आईपीएस के रूप में कई अहम जिलों की जिम्मेदारी संभाल चुके है। वो पोस्टिंग के दौरान बस्तर, दुर्ग, बिलासपुर सहित कोरबा में भी अपनी सेवा दे चुके हैं। 2018 में कोरबा एसपी रहे मयंक श्रीवास्तव को रायपुर बुला लिया गया था, पर भाजपा सरकार आते ही काबिल अफसरों को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है और मयंक श्रीवास्तव को छत्तीसगढ़ जनसंपर्क के आयुक्त सह संचालक बनाया गया है।मयंक श्रीवास्तव ने बतौर SDRF चीफ कई अहम रेस्क्यू आपरेशन को अपनी सूझ बुझ से सफलता बनाया है। बोरवेल में गिरे जांजगीर के राहुल साहू के 110 घंटे चले रेस्क्यू आपरेशन को मयंक श्रीवास्तव की अगुवाई वाली SDRF की टीम ने अंजाम दिया था।