क्या फिर बदलेंगे कई जिलों के एसपी? पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों को मिलेगी नई जिम्मेदारी?

रायपुर / छत्तीसगढ़ में IAS की लिस्ट के बाद अब जल्द ही IPS की ट्रांसफर लिस्ट जारी होने वाली है। उम्मींद है कि अगले सप्ताह किसी भी दिन आईपीएस की लिस्ट जारी हो सकती है। विधानसभा चुनाव के काउंटडाउन के बीच हाल ही में बड़ी प्रशासनिक सर्जरी कर 26 IAS का तबादला हुआ था। आदेश में 6 जिलों के कलेक्टर सहित अन्य IAS को नई जवाबदारी दी गयी थी। अप्रैल थर्ड वीक से ही IPS की लिस्ट का इंतजार हो रहा है। हालांकि अलग-अलग वजहों से लिस्ट होल्ड होती रही। लास्ट टाइम दंतेवाड़ा नक्सली हमला से भी लिस्ट के अटकने की बात सामने आयी। लेकिन, अब उम्मींद जताई जा रही हैं कि सोमवार के बाद कभी भी सरकार आईपीएस अफसरों की ट्रांसफर लिस्ट जारी कर सकती हैं।

लिस्ट की बात करे, तो इसमें एसपी से लेकर डीआईजी पर प्रमोट होने के बाद भी छोटे जिलों की कमान संभाल रहे आईपीएस अफसरों को सरकार नई जवाबदारी दे सकती है। बात नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग की करे तो यहां ग्राउंड जीरो तक बेहतर कानून व्यवस्था स्थापित करने वाले 2 से 3 जिलों के एसपी को सरकार इनाम के तौर पर मैदानी इलाके के पुराने और बड़े जिले की कमान दे सकती हैं। ट्रांसफर लिस्ट में सरगुजा संभाग से भी एसपी के नाम शामिल होंगे।

इनमें बलरामपुर और सरगुजा एसपी का नाम लगभग तय माना जा रहा हैं। बलरामपुर में स्थानीय विधायक और एसपी के बीच चल रही टकराहट किसी से छिपी नही हैं। वही सरगुजा जिला में ग्राम चिरंगा में मां कुदरगढ़ी एलुमिना रिफाइनरी प्लांट पुलिस-प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई हैं। गांव के लोग इस प्लांट के सख्त विरोध में हैं। इसके साथ ही कानून व्यवस्था बिगड़ने के कारण पुलिस की इमेज भी खराब हुई हैं। ऐसे में सरगुजा संभाग से बलरामपुर और सरगुजा एसपी का इस लिस्ट में ट्रांसफर होना तय माना जा रहा हैं।

बात दुर्ग संभाग की करे तो यहां के एक हाई-प्रोफाइल जिला के एसपी पर सरकार की नजर हैं। सरकार द्वारा जारी आईपीएस की ट्रांसफर लिस्ट में दुर्ग संभाग के इस हाई प्रोफाइल जिले के एसपी का ट्रांसफरं भी लगभग तय माना जा रहा हैं। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जारी होने वाले आईपीएस अफसरों की ट्रांसफर लिस्ट के कुछ दिन बाद ही आईजी लेवल की ट्रांसफर लिस्ट अलग से जारी की होगी। इस लिस्ट में सबसे पहले पायदान पर बस्तर आईजी सुंदरराज पी का नाम है… जिन्हें सरकार इनाम के तौर पर प्रदेश के अच्छे रेंज की कमान सौंप सकती हैं। वैसे भी बस्तर में उनका टर्म काफी लंबा हो गया है। जाहिर है चुनाव के पूर्व उन्हें हटाना ही होगा।

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