हाईटेक सुविधाओं से लैस एंट्रीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के अंदर का देखे नजारा,,जाने किस तरह होगी शहर के चप्पे-चप्पे की निगरानी,,

बिलासपुर/ बिलासपुर को स्मार्ट सिटी बनाने कई योजनाओं पर काम किया जा रहा है जिसमे से एक अहम योजना एटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर है, जिसका हाल ही में मुख्यमंत्री ने उद्घाटन किया था, तारबाहर में स्थापित कमांड सेंटर से पूरे शहर की मॉनिटरिंग होगी साथ ही अपराध में नियंत्रण होगा।

बता दें हाईटेक सिस्टम से लैस कमांड एंड कंट्रोल सेंटर बिलासपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा आईटीएमएस प्रोजेक्ट के तहत 73 करोड़ 41 लाख की लागत से तैयार किया गया है, जिसमें शहरी यातायात का व्यवस्थित संचालन किया जाएगा। 523 आधुनिक कैमरों के जरिए और शहर की सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी होगी। ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के घर सीधे चालान पहुंच जाएगा। इसके साथ ही सुरक्षा दृष्टिकोण से नियंत्रण केंद्र के जरिए निगरानी रखी जायेगी। शहर में लगे कैमरे लावारिस पड़ी चीजों को भी डिटेक्ट करेंगे साथ ही भिड़ भाड़ और की जानकारी देंगे।

शहर होगा सुरक्षित

स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर में 43 स्थानों में 523 कैमरे के ज़रिए शहर की ट्रैफिक और अन्य चीजों की निगरानी रखी जाएगी, जिसमें 208 सर्विलांस कैमरा, 212 आटोमेटिक नंबर प्लेट रीड(एनपीआर) विशेष कैमरे और 108 एविडेंस कैमरा लगाया गया है। 22 चौक चौराहों के अलावा शहर के अन्य प्रमुख स्थानों पर कैमरे लगाए गए हैं। योजना के तहत 22 चौक चौराहों पर विशेष ट्रैफिक सिग्नल और पब्लिक एड्रेस सिस्टम (साउंड) भी लगाया गया है। इसके साथ ही शहर के दस प्रमुख स्थानों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम के तहत ही स्मार्ट एलईडी बोर्ड भी लगाया गया है।

वही शुक्रवार को पत्रकारों को जानकारी देते हुए स्मार्ट सिटी के जनरल मैनेजर आई टी शिरनिवास ने बताया की 15 जून तक कमांड एंड कंट्रोल बिल्डिंग से शहर की निगरानी शुरू हो जाएगी इसके लिए पूरी टीम काम कर रही है, योजना के अमल में आने से कोई भी ट्रैफिक नियम तोड़ नहीं पाएगा और अगर कोई ट्रैफिक नियमों को तोड़ता है तो कैमरे के ज़रिए ट्रैस करके ई- चालान ऑटोमेटिक उसके पास पहुंच जाएगा। इसके साथ ही रांग साइड या नो पार्किंग में खड़े वाहनों को भी अलर्ट मैसेज भेजने के साथ ही चालान की कार्रवाई की जा सकेगी।

इसके अलावा सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी यह योजना काफी महत्वपूर्ण है, शहर के अलग-अलग हिस्सों में लगे कैमरे से निगरानी की जा सकेगी। आपदा के समय भी इस सिस्टम के ज़रिए बेहतर काम किया जा सकेगा। किसी भी आपातकाल के लिए इस सिस्टम के ज़रिए व्यवस्था बनाई जा सकेगी। आईटीएमएस प्रोजेक्ट के तहत शहर भर में लगने वाले विशेष कैमरों के ज़रिए ट्रैफिक सिस्टम तथा अन्य व्यवस्थाओं की निगरानी और नियंत्रण के लिए तारबाहर थाना परिसर में बिलासपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल रूम तैयार किया गया है। यहां से पूरे शहर की निगरानी रखी जाएगी। इसके अलावा आईटीएमएस प्रोजेक्ट के तहत स्मार्ट सिटी कार्यालय के द्वितीय फ्लोर में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का अंतरिम सेंटर तैयार किया गया है। जिसमे 37 लोगों के बैठने की सुविधा जहां से शहर के चप्पे- चप्पे की निगरानी रखी जाएगी वही कैमरे में कैद वीडियो की स्टोरेज 30 दिन तक रखे जा सकेगी और जरूरी वीडियो 90 दिनो तक स्टोर किया जा सकेंगे।

इंटेलिजेंट ट्रैफिक सिग्नल विवरण

शहर के प्रमुख 22 स्थानों पर इंटेलिजेंट ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए हैं साथ ही ऑपरेशन मोड वी ए सी ग्रीन कॉरिडोर काली डोर सिंक्रोनाइजेशन इसके अलावा मैसेज डिस्प्ले के साथ ही 30 हैंड होल्ड चालान मशीन ट्रैफिक जवानों को दी गई है, जिसमें ऑन स्पोर्ट्स चालान केश/कार्ड की सुविधा होगी.वही 5 स्थानों पर 9.20X630 फिट की वेरीएबल मैसेज डिस्प्ले लगाई गई है। और अन्य 5 स्थानों पर 25.20फिट/12.60 फिट की वेरिएबल डिस्प्ले लगाई है।

वेरिएबल मैसेजिंग डिस्प्ले (वी एमडी)

वेरिएबल मैसेजिंग डिस्प्ले (वीएमडी)/आउटडोर प्रदर्शन सड़क पर नागरिकों/जनता को यातायात, डायवर्जन आदि के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी और मार्गदर्शन प्रदान करेगा। जब भी आवश्यक हो, उनका उपयोग आपातकालीन/आपदा संबंधित विज्ञापनों को दिखाने के लिए भी किया जाएगा।वीएमडी की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

  • आप वैकल्पिक रूप से यात्रा के समय और घूमने के दौरान भीड़ के स्तर के बारे में सूचित कर सकते हैं।
  • ड्राइवर अपने गंतव्य के रास्ते में आवश्यक सावधानियों के बारे में सूचित कर सकता है।
  • पुलिस, अग्निशमन विभाग, एम्बुलेंस सेवाएं और राजमार्ग गश्ती के आपातकालीन संपर्क नंबरों को फ्लैश किया जा सकता है।
  • चालकों के ड्राइविंग व्यवहार को प्रभावित करने वाले संदेश प्रदर्शित किए जा सकते हैं। उदाहरण के लिए: “गतिशीलता रोमांचित करती है लेकिन मार्ग प्रशस्त करती है”।
  • भीड़भाड़ और पार्किंग आपस में जुड़े हुए हैं। बाधाओं के होने से पहले स्मार्ट वीएमडी पात्रता पर लाइव डेटा प्रदान कर सकते हैं।
  • स्मार्ट वीएमडी मीडिया ऐक्सेस के बिना पर्यटन संबंधी दृश्य, घटनाओं को फ्लैश कर सकते हैं और नीति सुधार की कल्पना कर सकते हैं।

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