टी आई साहब की विदाई, पुलिस महकमे में बना चर्चा का विषय,गाजे बजे के साथ वर्दी धारी पुलिस कर्मियों ने दी विदाई,,
राजनांदगांव -डोंगरगढ़ पुलिस का एक वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है जिसमे जिले में पदस्थ पूर्व थाना प्रभारी सुरेंद्र स्वर्णकार को गाजे बाजे के साथ विदाई दी जा रही है।
वीडियो में दिख रहा है की जिस गाड़ी में टी आई को विदाई दी जा रही है वो दूल्हे की गाड़ी की तरह सजी है और बराती की भूमिका वर्दी पहने पुलिसकर्मी निभा रहे है।वही टी साहब का गाजे बाजे के साथ विदाई का वीडियो अब सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि जिस गाड़ी में टीआई को विदाई दी गई उसका नंबर प्लेट भी आरटीओ के नियमों के विपरित था। जिसमे टीआई साहब ब्लैक गॉगल में कार की सन रूफ को हटाकर खड़े नजर आए। अपनी वर्दी और काले चश्मे में वे मुस्कुराते और हाथ हिलाते हुए नजर आए। बैंड बाजे के साथ जिस सिंघम स्टाइल में टीआई सुरेंद्र स्वर्णकार को विदाई दी गई। इस तरह का फेयरवेल बड़े-बड़े अधिकारियों को भी नहीं मिलता होगा, लेकिन अब टी आई साहब के विदाई का वीडियो पुलिस महकमे में चर्चा का विषय बन गया है। पुलिस छोटे-छोटे नियम कायदों को लेकर लोगों का चालान काटती है। लेकिन खुद सभी नियम और कानून को दरकिनार कर सरे राह शो ऑफ करते नज़र आ रहे है।। टीआई के इस विदाई समारोह को देखने लोग भी सड़क पर रुक गए। कार के अगल-बगल और पीछे पुलिस के जवान पैदल चलते रहे। ऐसा नजारा पहली बार दिखा, जब किसी टीआई के तबादले पर इस तरह की विदाई दी गई हो। टीआई सुरेंद्र स्वर्णकार महज 10 महीने पहले ही डोंगरगढ़ थाने में पदस्थ हुए थे। थाना प्रभारी सुरेंद्र स्वर्णकार का तबादला बिलासपुर के लिए हुआ है। आपको बता दें कि टीआई इससे पहले भी बिलासपुर में पोस्टेड रह चुके हैं। यहां लॉकडाउन के समय एक पेट्रोल पंप कर्मी की पिटाई के बाद उन्हें लाइन अटैच किया गया था। इसके बाद वकील के साथ बदसलूकी मामसे में उनका बीजापुर ट्रांसफर हुआ, लेकिन आदेश रोक लिया गया। कुछ दिन बाद डोंगरगढ़ और फिर से बिलासपुर ट्रांसफर हो गया है। ऐसे में एकबार फिर वह अपने विदाई समारोह के कार्यक्रम में पुन विवादो में घिरते नजर आ रहे हैं।
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