बिलासपुर/ नगर निगम ने जल कर, मकान कर समेत अन्य टेक्स वसूली का काम स्पैरो कंपनी को दिया है, पर लगातार, खराब प्राफरमेंस करने के बाद भी निगम के अधिकारी स्पैरो कंपनी पर मेहरबान है? जबकी सूत्र बताते है की स्पैरो कंपनी का एक अधिकारी टेक्स वसूली में गाबड़ी कर निगम को लंबा चुना लगा रहा है। पर सोचने वाली बात ये है की क्या इस बात की निगम अधिकारियों को भनक तक नहीं है या वे खुद स्पैरो कम्पनी से मिली भगत कर, लंबी कमाई अर्जित कर रहे है?बता दें जब टेक्स की वसूली निगमकर्मियों के द्वारा की जाती थी तो 70 से 80 परसेंट तक होती थी, पर जब से कर वसूली का ठेका स्पैरो कंपनी को दिया गया है तब से स्पैरो कंपनी मन मौलोजी कर की वसूली कर रही है।
पर इसके बाद भी क्यों निगम प्रशासन स्पैरो कंपनी पर महरबान है ये एक बड़ा सवाल है?जानकारी के मुताबिक करीब 6 सालों से स्पैरो कंपनी जिले में कर वसूली का काम कर रही है। सूत्र बताते है की स्पैरो कंपनी का एक अधिकारी कर वसूली के नाम पर लाखों रुपए की हेरा फेरी कर रहा है। जिसका नाम और उसके कारनामे का चिठ्ठा अगली कड़ी खोला जाएगा, की किस तरह कर वसूली का सेटलमेंट किया जा रहा है। और कैसे स्पैरो कंपनी का एक अधिकारी मामला माल हो रहा है। और अपने नीचे काम करने वालों को दबाव डालकर कर पूरा ठीकरा उनके ऊपर फोड़ने की कोशिश कर रहा है। आपको बता दें इससे पहले भी हमने स्पैरो कम्पनी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए एक मामला उजागर किया था, निगम कमिश्नर स्पैरो कंपनी के कर्ता-धर्ताओ को जमकर फटकार लगाई थी, पर लगता है कि पैसे कमाने की उत्सुकता में स्पैरों कंपनी के अधिकारी या तो पैसे की लालच में अंधे हो चुके है या फिर उन्हे किसी ने भ्रष्टाचार करने की खुली छूट दे दी है। शायद इसी के चलते ही, खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है।?
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