

बिलासपुर/ बिलासपुर जिसे हम न्यायधानी के नाम से भी जानते है। जहा इन दिनों दहशत का माहौल बना हुआ है, लोग डर के साए मे जिने मजबूर है। बिलासपुर मे आए दिन हो रही वारदात से ये कहना भी गलत नहीं होगा की, न्यायधानी मे गुंडा राज चल रहा है। जहां अब कलमकार भी सुरक्षित नहीं है। वो पत्रकार जो अमजनता की आवाज़ बुलंद करने और भ्रष्ट अधिकारियों के कारनामें उजागर करने कलम चलता है आज उसी के उपर चाकू चलाया जा रहा है।
बिलासपुर मे हो रही वारदात और अपराधियों के बढ़ते हौसलो के चलते देश भर मे बिलासपुर नेशनल न्यूज़ की सुर्खिया बन रहा है। कभी हत्या, कभी बिच सड़क मे तलवारबाजी, कभी बिच चौक मे लाठी डंडो से हमला, तो कभी ए टीपी मशीन से लाखों की लूट ऐसे मे अमजनता पुलिस के उपर कैसे भरोसा करे?और अब तो पत्रकारों को भी निशाना बनाया जा रहा है, पहले भी बिलासपुर मे पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, और एक बार फिर पत्रकार नीरज शुक्ला पर जानलेवा हमला किया गया।
आपको बता दे न्यूज़ 24 हाइवे के एडिटर नीरज शुक्ला सिविल लाइन से सरकंडा अपने घर जा रहे थे, इसी बिच 4 नकाबपोश अलग अलग गाड़ी से आए और नीरज शुक्ला के घर के पास हि पत्रकार दिवस के दिन चाकू से हमला कर दिए, नीरज शुक्ला जैसे तैसे अपनी जान बचाकर वहा से भागे,जिनका पीछा करते हुए अपराधी भी उनके पीछे भागे और जब नीरज शुक्ला उनकी पकड़ मे नहीं आए तो नकाबपोश युवक नीरज शुक्ला कि वाहन मे तोड़फोड़ कर दी, जिसके बाद नीरज शुक्ला और अन्य पत्रकार घटना की जानकरी देते हुए थाने मे एफ आई आर दर्ज करा दी है।वही पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जाँच मे जुटी है। पर ये जाँच कब पुरी होगी ये देखने वाली बात होगी.
मंगलवार को हुई इस घटना से तो यही लगता है की बिलासपुर मे ना अमजनता सुरक्षित और ना हि पत्रकार, बिलासपुर मे क्राइम ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। क्या बिलासपुर मे पुलिस का खौफ खत्म हो गया है? क्या पुलिस अपराधियों के इशारे पर नाचने लगी है? क्या गुंडे, (अपराधी) थाना चला रहे है? क्यो पुलिस अपराध रोकने मे नाकाम साबित हो रही है। आखिर कब बिलासपुर की जानता चैने सो पाएगी ये सोचने वाली बात है।

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