बिलासपुर/यतायता नियम हमारे लिए ही बनाने है, जिससे हम सतर्क रहकर वाहन चलाए और सुरक्षित घर पहुंच जाए, पर कुछ लोग यातायात के नियमो को दरकिनार कर तीन सवारी, बिना हेलमेट के वाहन चलते है वही चार पहिया वाहन चालक भी बिना सीट बेल्ट के ड्राइव करते है जो उनके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। पर सब कुछ जानने के बाद भी लोग खुद अपनी जान के दुश्मन बने बैठे है। यतायता विभाग लोगों को जागरूक करने और नियम के हिसाब से वाहन चलाने की समझाइश देते है इसके बावजूद लोग समझने को तैयार नहीं हैं और नतीजतन कई लोग सड़क हादसे में अपनी जान गांव चुके है। वही बिलासपुर का एक महज 8 साल का बच्चा ऐसे लोगों के लिए मिसाल पेश किया है।जो ट्रैफिक नियमों की अवहेंला करते है। और सड़क हादसे का शिकार हो जातें है। जिनके लिए बिलासपुर का एक 8 साल का बच्चा मिसाल पेश करते हुए यातायात के नियमो से लोगों को जागरूक कर रहा है।
बता दें ब्रिलिएंट पब्लिक स्कूल बिलासपुर के तीसरी कक्षा में पढ़ने वाला 8 वर्ष का एलेक्स भारद्वाज ने चंद्रा अकैडमी (कोचिंग सेंटर) गांधी चौक के पास यातायात की पाठशाला लगाई और यहां कोचिंग करने वाले लगभग 400 – 500 बच्चों को यातायात के नियमों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए, बच्चों जागरूक किया, महज 3 साल के बच्चे ने मोटरसाइकिल में तीन सवारी नहीं चलना, बिना हेलमेट के मोटरसाइकिल नहीं चलाना, फोर व्हीलर में सीट बेल्ट का उपयोग करना, नसे के हालात में किसी भी प्रकार की वाहन नहीं चलाना, तेज गति में वाहन नहीं चलाना, रॉन्ग साइड नहीं चलना, नो पार्किंग में वाहन नहीं खड़ी करना, चौराहों में सिग्नल व लेफ्ट साइड फ्री ट्रैफिक जोन का पालन अनिवार्य रूप से करना , इमरजेंसी वाहनों को पार कराने हेतु सभी को मदद करना, ट्रैफिक पुलिस द्वारा दिया गया इंस्ट्रक्शन का सख्ती से पालन करना जैसी जानकारी बच्चों से साझा करते हुए हिंदी एवं अंग्रेजी में स्पीच देकर कोचिंग करने वाले उम्र में अपने से काफी बड़ों को जागरूक किया,इतने छोटा बच्चा की स्पीच सुनकर कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले बच्चे काफी प्रोत्साहित हुए सभी ने यातायात नियम का पालन करने वचन लिया।
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