मस्तूरी विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी ने बुधवार को राज्य स्थापना दिवस गतौरा में सूर्यवंशी समाज के बीच मनाया। इस अवसर पर सूर्यवंशी समाज ने डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी को जीताने का संकल्प लिया। सूर्यवंशी समाज को संबोधित करते हुए डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई ने छत्तीसगढ़ राज्य की सौगात दी थी, जबकि वे जानते थे कि पृथक राज्य बनने के बाद छत्तीसगढ़ में उस वक्त भाजपा की सरकार नहीं बनेगी, लेकिन राजनीतिक स्वार्थ से परे जाकर उन्होंने छत्तीसगढ़ के अभूतपूर्व विकास के लिए यह निर्णय लिया और आज मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र के नागरिकों के समक्ष भी वैसा ही एक बड़ा फैसला लेने का अवसर है। जब क्षेत्र के विकास के लिए, स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को पूरा करने के लिए मस्तूरी से भाजपा प्रत्याशी को जिताकर राज्य में भाजपा सरकार बनाने की जिम्मेदारी है। समाज द्वारा दिए गए सम्मान से अभिभूत डॉक्टर बांधी ने कहा कि समाज का यह स्नेह उनके लिए किसी धरोहर से काम नहीं है। डर बांधी ने आगे कहा कि आज जिस तरह से सूर्यवंशी समाज ने डॉक्टर बांधी और भाजपा की जीत का संकल्प लिया, उससे एक नई परंपरा का आरंभ हुआ है। डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी जिन बूथों में कमजोर माने जाते थे, उन बूथों में भी सूर्यवंशी समाज के आशीर्वाद से बढ़त मिलने की बात उन्होंने कही। डॉक्टर बांधी ने ने कहा कि अगर द्विपक्षीय सहयोग मजबूत होगा तो इससे समाज के साथ संबंध भी प्रगाढ़ होंगे। उन्होंने सूर्यवंशी समाज की राजनीति में भागीदारी सुनिश्चित करते हुए कहा कि यही संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का भी सपना था। वे चाहते थे कि समाज के हाशिये पर मौजूद व्यक्ति भी राजनीति में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें क्योंकि इससे ही देश और दुनिया में बदलाव संभव होगा। डॉक्टर बांधी ने सूर्यवंशी समाज से कहा कि जब आप किसी प्रत्याशी को वोट देकर उसे जिताते हैं तो आपको भी अपने अधिकार पाने और अधिकारों की बात करने का हक स्वयं मिल जाता है ।उन्होंने कहा कि अगर आपके वोट से मैं जीत कर आता हूं तो फिर आप आदेश देखकर मुझे अपने लिए कार्य करा सकते हैं और यही विश्वास चुनाव में सुदृढ़ करना है। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष राजेंद्र राठौड़, पूर्व सरपंच नरेंद्र वस्त्रकर ,प्रभारी यदुरम साहू, महामंत्री राधेश्याम मिश्रा, सूर्यवंशी समाज के अध्यक्ष सियाराम रत्नाकर, राजकुमार बर्मन,चंद्रशेखर सूर्यवंशी, नरेंद्र, तिलक राम बर्मन , धनीराम टेबर, संत राम बर्मन, ईश्वर , जे के बर्मन, सूर्यकुमार ,अरुण टेम्बर आदि मौजूद रहे।
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