छत्तीसगढ़– कहने को तो छत्तीसगढ़ सरकार आम जनता के स्वास्थ्य के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने प्रदेश में दर्जनों शासकीय योजनाओं का संचालन कर रही है। जिसमे कुछ योजनाओं का लाभ जनता को मिल भी रहा है। लेकिन स्वास्थ्य महकमे के कुप्रबंध की बात की जाए तो थाइराइड,टायफाइड जैसे दर्जनों गंभीर बीमारी का टेस्ट प्रदेश के अधिकांश जिलों के शासकीय अस्पतालों में नही हो पा रहा है। जिसको लेकर शासन प्रशासन के सारे प्रयास धरातल में आते आते निरर्थक सिद्ध हो रहे है। इसके पीछे की बड़ी वजह रिएजेंट की कमी बताई जा रही है। जिसकी निरंतर सप्लाई नहीं होने के कारण आम जनता खासकर निम्न तपके के मरीजों को निजी लैब में मोटी रकम खर्च करना पड़ रहा है। जिसके बाद भी प्रदेश के हुकमरान इस ओर कोई सार्थक पहल करने से गुरेज कर रहे है। आपको बता दे कि प्रदेशभर के अस्पतालों में रिएजेंट की कमी की वजह से 400 से ज्यादा प्रकार की जांचें प्रभावित हो रही हैं। इसमें खून की जांच से लेकर लिवर, किडनी सहित कई अन्य प्रकार की जांचें शामिल हैं। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार अलग अलग जिलों में नाममात्र के रिएजेंट की सप्लाई सीजीएमएससी के निर्देश पर शासन से अनुबंध रखने वाली एजेंसिया कर रही है। सूत्र के अनुसार तय समय में डिमांड नही भेजना भी रिएजेंट की कमी के पीछे की बड़ी वजह है।
करोड़ों की मशीनें प्रदर्शनी बनकर रह गई…
शासन की ओर से सभी जिलों में इन सभी प्रकार की जांचों के लिए मशीनों की सप्लाई की गई है। लेकिन उक्त मशीन के संचालन के लिए उपयोग में आने वाली रिएजेंट के सप्लाई नहीं होने के वजह से उक्त मशीन शासकीय अस्पतालों में प्रदर्शनीय बनकर रह गई है।
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