रायपुर/ प्रदेश में कांग्रेस सरकार के ढाई साल पूरा होने के बाद ये अटकलें लगाई जा रही थी की, यहां ढाई साल के फार्मूले की तर्ज पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ढाई साल पूरा होने के बाद स्वास्थ मंत्री को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, जिससे रानीतिक गलियारों में हलचल मची हुई थी, पर ऐसा हुआ नहीं, जिसके बाद खबर उड़ी की सिंहदेव पार्टी छोड़ने वाले है,वही अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बयान से छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक बार फिर भूचाल मचने वाला है, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने पार्टी छोड़ने के संकेत दिए हैं। सूरजपुर में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि चुनाव आने के पहले मैं अपने भविष्य को लेकर निर्णय लूंगा।
बता दें टीएस सिंहदेव सोमवार को सूरजपुर जिले में थे। जिसमें पत्रकारों ने उनसे सवाल किया कि कार्यकर्ता उन्हें सीएम बनते देखना चाहते हैं। कैसे उन्हें मनाया जाएगा जिससे विधायक जीत कर आएं। जिस पर उन्होंने कहा कि ये तो कार्यकर्ताओं के ऊपर है, ये उनके मन की बात है। किस बात को लेकर वो काम करना चाहेंगे। चुनाव के आने के पहले तक मैं अपने भविष्य को लेकर निर्णय लूंगा। अभी मैं ने कुछ सोचा नहीं है।
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सिंहदेव के इस बयान से एक बार फिर उनकी छिपी हुई नाराजगी सामने आ गई है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री के फार्मूले को लेकर सूबे की सियासत गरमाते रही है। जो कि पिछले दिनों खुलकर सामने भी आ गई थी। सिंहदेव ने दिल्ली में डेरा डाल दिया था। नतीजतन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी आलाकमान के सामने विधायकों की परेड तक करवा दी थी। और आलाकमान को एक संदेश भी दे दिया था कि विधायकों का बहुमत उनके साथ है।
संन्यास लेंगे या छोड़ेंगे पार्टी
इसके बावजूद सिंहदेव बार-बार यही कहते रहे हैं कि उन्हें उम्मीद है कि उनके साथ न्याय होगा। हालांकि सिंहदेव यह भी कहते रहे हैं कि वे बीजेपी में कभी नहीं जाएंगे। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या वे आम आदमी पार्टी में जाएंगे या फिर अपनी कोई नई पार्टी बनाएंगे या फिर चुनाव नहीं लड़ने या राजनीति से सन्यास लेना का फैसला लेंगे। फिलहाल इस सवाल का जवाब भविष्य के गर्त में छिपा है। लेकिन इतना तो तय है कि सिंहदेव का यह बयान छत्तीसगढ़ कांग्रेस की राजनीति में आने वाले समय में बड़ा भूचाल ला सकता है।
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